शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					सटक					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अनु० सट से] १. सटकने अर्थात धीरे से चंपत होने या खिसकने की क्रिया। २. तंबाकू पीने का लंबा लचीला नैचा जो अंदर छल्लेदार तार देकर बनाया जाता है। ३. पतली लचीली छड़ी या डंठल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकन					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० सटकना] सटकने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकना					 :
				 | 
				
					अ० [अनु० सट से] धीरे खिसक जाना। रफूचक्कर होना। चंपत होना। स० बालो में से अनाज निकालने के लिए उसे कूटने की क्रिया। कूटना। पीटना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकाना					 :
				 | 
				
					स० [अनु० सट से] १. छड़ी आदि से इस प्रकार मारना सट शब्द हो। जैसे—कोड़ा सटकाना बेंत सटकना। २. सट-सट शब्द करते हुए कोई क्रिया करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकार					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अनु० सट] १. सटकने की क्रिया या भाव। २. सटकाने से होने वाला शब्द। ३. गौ, बैल आदि छड़ी से हाँकने की क्रिया। ४. दे० ‘झटकार’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकारना					 :
				 | 
				
					स०-१. सटकाना। २. =झटकारना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकारा					 :
				 | 
				
					वि० [अनु०] चिकना और लंबा (बाल)। उदा०—लसत लछारे सटकारे तेरे केस हैं।—सेनापति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटकारी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अनु०] ऐसी पतली छड़ी जिसे तेजी से हिलाने पर सट का शब्द हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सटक्का					 :
				 | 
				
					पुं० [अनु० सट से] १. दौड़। २. झपट। क्रि०—प्र०—मारना। ३ दे० ‘सटका’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |