शब्द का अर्थ
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					सम्मान					 :
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					पुं० [सं० सम√मान् (मान करना)+अच्] १. किसी के प्रति मन में होनेवाला आदरपूर्ण भाव। २. वे सब बातें जिनके द्वारा किसी के प्रति पूज्य भाव प्रकट या प्रदर्शित किया जाता है। वि० मान या प्रतिष्ठा से युक्त। अव्य० मान या प्रतिष्ठापूर्वक।				 | 
			
			
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					सम्मानन					 :
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					पुं० [सं० सम√मान् (आदर करना)+ल्युट—अन] [भू० कृ० सम्मानित] १. सम्मान या आदर करना। २. बतलाना या सिखलाना।				 | 
			
			
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					सम्मानना					 :
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					स० [सं० सम्मान] सम्मान करना। आदर करना। स्त्री० [सं०] सम्मान।				 | 
			
			
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					सम्मानित					 :
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					भू० कृ० [सं० सम√मान् (सम्मानित होना)+क्त] १. जिसका सम्मान किया गया हो। २. जिसे सम्मानपूर्वक लोग देखते हों।				 | 
			
			
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					सम्मानी (निन्)					 :
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					वि० [सं० सम्√मान् (आदर करना)+णिनि] जिसमें सम्मान का भाव हो।				 | 
			
			
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					सम्मान्य					 :
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					वि० [सं० सम√मान (आदर करना)+यत्] जिसका सम्मान किया जाना आवश्यक और उचित हो। आदरणीय।				 | 
			
			
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