शब्द का अर्थ
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					सयान					 :
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					वि०=सयाना। पुं०=सयानपन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सयानप					 :
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					स्त्री०=सयानपन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सयानपन					 :
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					स्त्री० [हि० सयाना+पन (प्रत्यय)] १. सयाना होने की अवस्था, गुण या भाव। २. चतुरता। होशियारी। ३. चालाकी। धूर्तता।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सयाना					 :
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					वि० [सं० सज्ञान] [स्त्री० सयानी] १. जो वाल्यावस्था पार करके युवक या वयस्क हो चला हो। जैसा—अब तुम लड़के नहीं हो, सयाने हुए। २. बुद्धिमान। समझदार। ३. चालाक। होशियार। ४. कपटी और धूर्त। पुं० १. अनुभवी तथा बुद्धिमान विशेषतः अधिक अवस्थावाला। अनुभवी तथा बुद्धिमान् व्यक्ति। २. ओझा ३. हकीम। ४. गाँव का मुखिया।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सयानाचारी					 :
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					स्त्री० [हि० सयाना+चार (प्रत्यय)] वह रसूम जो गाँव के मुखिया को मिलता था।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सयानी					 :
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					स्त्री० [हि० सयाना] १. सयाने होने की अवस्था या भाव। सयानपन। २. चतुराई। चालाकी। उदाहरण—तू काहै कौं करति सयानी।—सूर। ३. अनुभवी तथा बुद्धिमान् स्त्री। जैसा—किसी सयानी से राय लेनी थी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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