शब्द का अर्थ
|
सिड़ :
|
स्त्री० [हिं० सिड़ी] उन्माद या पागलपन का एक हलका रूप जिसमें आदमी हठपूर्वक कोई काम करता चलता है और रोकने या समझाने पर भी नहीं मानता। झक। सनक। क्रि० प्र०—चढ़ना।—सवार होना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिड़-बिल्ला :
|
पुं० [हिं० सिड़ी+बिल्ला] [स्त्री० सिड़बिल्ली] १. पागल। सिड़ी। २. बुद्धू। बेवकूफ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिड़ी :
|
वि० [सं० श्रृणीक] [स्त्री० सिड़िन] जिसे सिड़ नामक रोग हो। झक्की। सनकी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सिड़ीपन :
|
पुं० [हिं०] सिड़ी होने की अवस्था या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |