शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					सिधारना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० सिद्ध=पूरा किया हुआ] १. गमन या प्रस्थान करना। जाना। (सम्मान सूचक) २. इस लोक से उठ जाना। परलोक वासी होना। ३. परलोक-गत या स्वर्गवासी होना। जैसा—वे तो कल रात्रि में ही सिधार गये। संयो० क्रि०—जाना। स०=सुधारना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |