शब्द का अर्थ
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					सिफारिश					 :
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					स्त्री० [फा० सुफ़ारिश] १. किसी से कही जाने वाली कोई ऐसी बात जिससे अपना या किसी दूसरे का उपकार या भलाई होती हो। २. कोई ऐसी बात जो किसी का अपराध क्षमा कराने के लिये किसी अधिकारी से कही जाय। ३. किसी के गुण, योग्यता आदि का परिचय देने वाली ऐसी बात जो किसी ऐसे दूसरे आदमी से कही जाय जो उस पहले व्यक्ति का कोई उपकार या भलाई कर सकता हो। संस्तुति। (रिकमेन्डेशन) जैसा—उन्हें यह नौकरी शिक्षा मंत्रालय की सिफारिश से मिली है। ४. बोल-चाल में, प्रार्थना के रूप में किसी से कही जाने वाली अपने संबंध में अथवा किसी दूसरे के संबंध में ऐसी बात जिसका मुख्य उद्देश्य कृपा-दृष्टि या अनुग्रह प्राप्त करना होता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सिफारिशी					 :
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					वि० [फा० सुफ़ारिशी] १. सिफारिश संबंधी। जैसे—सिफारिशी बातें। २. जो सिफारिश के रूप में हो। जैसा—सिफारिशी चिट्ठी। ३. जो सिफारिश के द्वारा हुआ हो। ४. खुशामदी।				 | 
			
			
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					सिफारिशी-टट्टू					 :
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					पुं० दे० ‘सिपारसी टट्टू’।				 | 
			
			
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