शब्द का अर्थ
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					सिहर					 :
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					पुं० [सं० शिखर] चोटी। शिखर। स्त्री०=सिहरन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सिहरन					 :
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					स्त्री० [हिं० सिहरन] १. सिरहने की क्रिया, दशा या भाव २. सहलाने के फलस्वरूप होने वाला रोमाँच।				 | 
			
			
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					सिहरना					 :
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					अ० [सं० शिशिर+हिं० ना (प्रत्य०)] १. ठंड से कापना। २. भय आदि से रोमांचित होना। ३. भयभीत होने के कारण हिचकना।				 | 
			
			
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					सिहरा					 :
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					पुं०=सेहरा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सिहराना					 :
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					स० [हिं० सिहरना का स०] ऐसा काम करना जिसमें कोई सिहरे। अ०=सिहरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स०=सहलाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सिहरावन					 :
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					पुं० [हिं० सिहरना] १. सिहरन। २. सरदी। ठंड। जाड़ा।				 | 
			
			
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					सिहरी					 :
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					स्त्री० [हिं० सिरहना+ई (प्रत्य०] १. सिरहने की क्रिया। भाव। सिहरन। २. सरदी के कारण होने वाली कँपकँपी। ३. जूड़ी। बुखार। ४. रोंगटे खड़े होना। रोमांच।				 | 
			
			
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					सिहरू					 :
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					पुं० [देश] सँभालू।				 | 
			
			
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