शब्द का अर्थ
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					सुवा					 :
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					पुं० =सुआ (तोता)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाक्य					 :
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					वि० [सं०] सुन्दर वचन बोलनेवाला। मधुरभाषी। सुवाग्मी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाँग					 :
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					पुं० =स्वाँग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाँगी					 :
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					पुं० =स्वाँगी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाच्य					 :
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					वि० [सं० प्रा० स०] जो सहज में पढ़ा जा सके।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाजी (जिन्)					 :
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					वि० [सं०] (तीर) जिसमें अच्छे और सुन्दर पंख लगे हों।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवाना					 :
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					स०=सुलाना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुवामा					 :
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					स्त्री० [सं०] वर्तमान रामगंगा नदी का पुराना नाम।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सुवार					 :
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					पुं० [सं० प्रा० स०] उत्तम वार। अच्छा दिन। पुं०=सूपकार (रसोइया)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुवाल					 :
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					पुं० =सवाल।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुवास					 :
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					पुं० [सं० प्रा० स०] २. अच्छी वास या महक। खुशबू। सुगंध। २. अच्छा निवास—स्थान। ३. शिव। ४. एक प्रकार का छन्द या वृत्त। वि० जो अच्छे कपड़े पहने हो। पुं०=श्वास। (डिं०)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुवासक					 :
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					पुं० [सं०] तरबूज।				 | 
			
			
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					सुवासरा					 :
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					स्त्री० [सं०] हालों नाम का पौधा। चंसुर। चन्द्रशूर।				 | 
			
			
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					सुवासा (सस्)					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. जो अच्छे और सुन्दर कपड़े पहने हुए हो। २. (तीर) जिसमें अच्छे या सुन्दर पर लगे हों।				 | 
			
			
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					सुवासिक					 :
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					वि० [सं०] [स्त्री० सुवासिका] सुवास या सुगंध से युक्त। सुगंधित।				 | 
			
			
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					सुवासित					 :
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					भू० कृ० [सं०] सुवास या सुगंध से यक्त किया हुआ।				 | 
			
			
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					सुवासिन					 :
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					स्त्री०=सुवासिनी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सुवासिनी					 :
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					स्त्री० [सं० प्रा० स०] १. ऐसी विवाहिता या कुँआरी स्त्री जो अपने पिता के घर में ही। २. सधवा स्त्री।				 | 
			
			
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					सुवासी (सिन्)					 :
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					वि० [सं० सु√वस् (वास करना)+णिनि] [स्त्री० सुवासिनी] उत्तम या भव्य भवन में रहनेवाला।				 | 
			
			
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					सुवास्तु					 :
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					स्त्री० [सं०] गंधार देश की आधुनिक स्वात नामक नदी का वैदिक—कालीन नाम। पुं० १. उक्त नदी के तटवर्ती देश का पुराना नाम। २. उक्त देश का निवासी।				 | 
			
			
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					सुवाह					 :
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					पुं० [सं० प्रा० स०] १. स्कंद का एक पारिषद्। २. अच्छा या बढ़िया घोड़ा। वि० १. जो सहज में वहन किया या उठाया जा सके। २. अच्छे घोड़ों से युक्त।				 | 
			
			
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