शब्द का अर्थ
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					सृप					 :
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					पुं० [सं०] चन्द्रमा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सृप्त					 :
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					भू० कृ० [सं०] खिसका या फिसला हुआ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सृप्र					 :
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					वि० [सं०] १. चिकना। स्निग्ध। २. जिस पर हाथ या पैर फिसलता हो। पुं० १. चन्द्रमा। २. मधु । शहद।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सृप्रा					 :
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					स्त्री० [सं०]=सिप्रा (नदी)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |