शब्द का अर्थ
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स्नेहन :
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पुं० [सं०] १. किसी चीज में स्नेह या तेल लगाने अथवा उसे चिकना करने की क्रिया या भाव। चिकनाना। २. यंत्रों आदि के अंगों और पहियों में उन्हें सरलता से चलाने के लिए तेल डालना। (ल्युब्रिकेशन) ३. किसी चीज से चिकनाहट उत्पन्न करना या लाना। ४. शरीर में तेल लगाना। ५. नवनीत। मक्खन। ६. कफ। श्लेष्म। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्नेहनीय :
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वि० [सं०] १. जिस पर तेल लगाया जा सके। २. जिसके साथ स्नेह किया जा सके। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |